63 मासूम बच्चों के हत्यारों का जाहिर निषेध

वाह रे देश और देश की व्यवस्था, उल्टा चोर कोतवाल को डांटे।
सी.एम. योगी आदित्यनाथजी के शहर गोरखपुुर के मेडिकल कालेज में आक्सीजन खत्म होनें से 5 दिन में 63 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई। यह सामान्य हादसा नहीं बल्कि भयंकर जेनोसाईड है। न्यूज के मुताबिक गैस सप्लाई करने वाली फर्म पुष्पा आक्सीजन को पिछले काफी समय से भुगतान नहीं किया गया। लगभग 68 लाख रू बकाया था जिसके लिये बार बार रिमाइंड किया गया तथा अंत में 1 तारीख को गैस सप्लाई कंपनी ने लिख कर दिया था कि पैसा नहीं दिया गया तो गैस सप्लाई बंद कर दी जायेगी और वो बंद हो गई नतीजा 63 मासूम बेमौत मारे गये।
कौन जिम्मेदार है इसके लिये? क्या गैस सप्लाई कं. नहीं, डाक्टर स्टाफ नर्सें नहीं, प्रशासन- हां। गैस कंपनी को समय पर भुगतान क्यों नहीं किया गया, क्या कमीशनबाजी का चक्कर था? हो सकता है, पर इन मासूमों का क्या कसूर था इनकी मौत के जिम्मेदार केवल और केवल कालेज का भृष्ट प्रशासन है। जबकि विडंबना देखिये गैस सप्लाई कं के यहां छापे मारे जा रहे हैं और इन भष्ट अफसरों से कोई पूछ ही नहीं रहा। बिना भुगतान के कोई कबतक अपनी जेब से सप्लाई करता रहेगा, पर किसी को तो बलि का बकरा बनाना है।
और बडी बेशर्मी से कह रहे है मौते बीमारियों से हुई तो गैस कं के घर छापे क्यूं... 15 करोड़ मे विधायकों और सांसदों को ख़रीदने वालों तुम 68 लाख नही दे सके सदोष हत्या के जिम्मेदार तुम लोग हो प्रशासनिक लापरवाही और भ्रष्टाचार के चलते यह हादसा हुवा है !
इस घटना का #तीव्र_निषेध करते है हम धिक्कार करते है ऐसे सफेद कौवों और निकृष्ट अधिकारियों का ...
  #शाम_गौड़ #SRG
  सामाजिक कार्यकर्ता

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