मजदूरों का सब बिखर गया...
सफर लंबा था, मजदूरों ने भूख मिटाने के लिए रोटियां रख लीं, लेकिन शायद खाना नसीब में नहीं लिखा था। रेलवे ट्रैक के पास बिखरा पड़ा मजदूरों का सामान। ट्रैक बिखरी मजदूरों की रोटियां, कपड़े, चप्पलों को इकट्ठा किया गया। पर सच तो ये है कि सब बिखर गया😓😓 बिचारे हालात,बदकिस्मती,लॉक्डाउन, प्रशासकीय अभाव के मारे.. बिना सहारे, खेद है और ना जाने कितने मजदूरों, के खून में सड़क रेलवे की पटरिया भीगेंगी .... औरंगाबाद (संभाजी नगर) रेल हादसे में मारे गए 16 मजदूर भाइयों को भावपूर्ण श्रद्धाजलि😓💐🙏 निःशब्द सामाजिक कार्यकर्ता #शाम_गौड़