सरकार मान्यता प्राप्त नंगा नाच...

३१ अक्टुबर को जिस तरह सरदार वल्लभ भाई पटेल कि जयंती और राष्ट्रीय एकता दिवस पर देश कि एकात्मता को मजबूत करने के लिये मोदी सरकार द्वारा run for unity ...का आयोजन किया गया .
यह कितना सच है या कितना दिखावा आज देश के आम नागरीकों के मन मे आशंका निर्माण हो चुकी है .
जहा देश कि एकता और अखंडता को और भी मजबूत और बरकरार रहनेे के लिये राष्ट्रीय एकता दिवस पर सारे देश कि जनता को दौडाया गया !
वहीं एक तरफ़ अक्क्बरुद्दिन ओवैसी नामक कुत्ते को बढावा देकर देश कि एकता और अस्मिता को धोखे मी डाला जा रहा है !
ये आखिर कौन से राजनेता या राजैनीतिक पार्टी के अंदारुनी समर्थन के बल पर खुले आम देश ही नाही पुरे दुनिया पर फ़ताह करने का जहर उगलने वाले , बगदादी विचार धारा वाले ओवैसी पर वक्त रहते लगाम नही लगाया गया , तो संपूर्ण देश को उसी हालात का सामना करना पड सकता है, जो इराक मे बगदादियो के कारण हो रहा है .

अनेकता में एकता इस बुनियाद पर विश्व प्रसिद्ध भारत देश कि प्रतिमा को ठेस पहुचाने का काम इसी देश कि हवा पानी में जीवित रहकर यह गद्दार इस देश के कानून नियमो के खिलाफ अपने राजनीतिक फायदों के लिए ,अपने वक्तव्यों द्वारा देश के हिंदू - मुस्लिम भाईयों तथा इन दो समुदायो के बीच साम्प्रदायीक्ता फैला कर आपस मे लडाने का प्रयास करने वाले ऐसे राजनीतिक पार्टी या संगाठ्नो पर आजीवन प्रतिबंध लागा देना चहिये.उन्हे जेल भेजकर ऐसे लोगो कि जांच होनी चाहिए क्योंकी आज ऐसे लोगो वजह से ही लष्कर -ए- तैयबा , इंडियन मुजाहिद्दीन , जैसे आतंकी संगाठ्नो को ग्राउंड स्तर पर आधार मिलता है !
"m.i.m को जो भी बाहरी एजन्सिया समर्थन दे रही है ,
जो भी लोग अंतराष्ट्रीय स्तरो से इन्हे जो भी आर्थिक रूप से इनकी पार्टी फंड के लिये चंदा भेज रहे है , उनकी जाच होनी चाहिये "

हिंदू ,मुस्लिम ,सिख,ईसाइ,बौध्द, आदि यह सभी देश के विभिन्न अंग है ! किंतु अपने जहर भरे भडकाऊ भाषणों द्वारा हिंदू - मुस्लिम भाईयो मी विशेष रूप से विष घोलकर देश कि एकता और अखंडता को खतरे मी डाल राहा है !

देश के तमाम मुस्लिम भाईयों कि दिशाभुल करने वाले पुरे देश के लिये नासूर बन चुके अक्क्बरुद्दिन ओवैसी को देश कि कानून नियम व्यवस्था को ठेंगा दिखते हुए नंगा नाच क्यू करने दिया जा ..राहा है ?

आखिर केंद्र सरकार ,राज्य सरकार इस मुद्दे पर क्यो चुप्पी मारे बैठे है ?

देश के गृहमंत्री जी वहॉ के डी.एम ,चुनाव आयोग, इनकी अभद्र भाषा को सुनते हुए भी क्यो इनकी पार्टी कि मान्यता रद्द नही कर रहे है ?

अपने बगदादी भाषणों द्वारा देश के युवाओं मे विष घोलने का प्रयास करने वालों को क्यो चुप्पी मारे बढावा दिया जा रहा है...क्यो?
जो की आने वाले समय मे संपूर्ण देश मे अपने स्वार्थ के लिये घिनौना राजकारण करने वालों देश की जनता तुम्हे तुम्हारी औकात जरूर दिखाएगी..!

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